UP REVENUE CODE 2006 in hindi Pdf। उत्तर प्रदेश राजस्व संहिता 2006 क्या है?।राजस्व संहिता 2006 pdf
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उ.प्र. राजस्व संहिता 2006 मुख्य बिंदु
UP Revenue act 2006 क्या है। उत्तर प्रदेश राजस्व संहिता 2006 क्या है-UP Revenue act 2006 लागू होने से पहले भूमि से संबंधित अधिनियम UP Z.A. and L.R. Act 1950 और UP Land Revenue Act 1901 प्रचलित थे।इन अधिनियमों को समाप्त करके एक नया Act बनाया गया जिसे राजस्व संहिता 2006 कहते हैं।ये संहिता 2006 में निर्मित की गई, इसे पूर्ण रूप से लागू 11 फरवरी 2016 में किया गया। राजस्व संहिता 2006 और पूर्व प्रचलित धाराओं की तुलनात्मक सारिणी देखने और डाउनलोड करने के यहाँ क्लिक करें -तालिका देखने के लिए यहाँ Click करें तुलनात्मक सारिणी देखने पर हमें के पता लग जायेगा कि पूर्व में प्रचलित अधिनियम UP Z.A. and R.L. Act 1950 तथा UP Land revenue act 1991 की धाराएँ Up Revenue code 2006 की किस धारा में परिवर्तित हो गयी है।जैसे-उ.प्र.राजस्व संहिता 2006 की धारा 24 जो कि पूर्व में उ.प्र. भू राजस्व अधिनियम 1901 की धारा 41 थी। UP Revenue code 2006 में कुल कितने अध्याय है?उत्तर प्रदेश राजस्व संहिता में कितनी धाराएँ है?उत्तर प्रदेश राजस्व संहिता 2006 में कुल 16 अध्याय और 234 धाराएँ हैं।इसका पूरा विवरण नीचे दिया गया है। अध्याय (1)- प्रारंभिक ⬇️ धारा 1से 4 तक अध्याय (2)- राजस्व मण्डल- ⬇️ धारा 5 से 6 तक अध्याय (3) -परिषद और राजस्व अधिकारी ⬇️ धारा 7 से 19 तक अध्याय (4)- सीमा और सीमा चिन्ह ⬇️ धारा 20 से 28 तक अध्याय (5) -ग्राम के अभिलेखों का अनुरक्षण ⬇️ धारा 29 से 42 तक अध्याय (6) -ग्राम अभिलेखों का पुनरीक्षण ⬇️ धारा 43 से 53 तक अध्याय (7) -भूमि और अन्य संपत्ति का स्वामित्व ⬇️ धारा 54 से 58 तक अध्याय (8) -भूमि व अन्य संपत्तियो का प्रबंधन ⬇️ धारा 59 से 73 तक अध्याय (9)- ⬇️ (कुल नौ भाग धारा 74 से 146 तक) खाता:- धारा 74 से 87 तक अंतरण: -धारा 88 से 106 तक न्यागमन:- धारा 107 से 115 तक विभाजन:- धारा 116 से 117 तक समर्पण और परित्याग:- धारा 118 से 124 तक ग्राम पंचायत द्वारा भूमि का पट्टा:-धारा 125 से 137 तक बेदखली:- धारा 130 से 137 तक लगान:- धारा 138 से 143 तक घोषणात्मक वाद:- धारा 144 से 146 तक अध्याय (10) - सरकारी पट्टेदार ⬇️ धारा 147 से 152 तक अध्याय (11)- भू राजस्व का निर्धारण ⬇️ धारा 153 से 162 तक अध्याय (12) - भू राजस्व का संग्रह ⬇️ धारा 163 से 205 तक अध्याय (13) - राजस्व न्यायालय की अधिकारिता और प्रक्रिया ⬇️ धारा 206 से 217 तक अध्याय (14) - प्रकीर्ण ⬇️ धारा 218 से 225 तक अध्याय(15)- शास्तियाँ(दण्ड) ⬇️ धारा 226 से 229 तक अध्याय (16)- निरसन और अपवाद ⬇️ धारा 230 से 234 तक इस प्रकार उ.प्र. राजस्व संहिता 2006 में कुल 16 अध्याय व 234 धाराएँ है।UP revenue code 2006 में कितनी अनुसूचियाँ है?⬇️उत्तर प्रदेश राजस्व संहिता में कुल 4 अनुसूचियाँ है।अब हम आपको up revenue code 2006 की मुख्य मुख्य धाराएँ बताने जा रहे है।यदि आप राजस्व लेखपाल है या सिविल सर्विसेज की तैयारी कर रहे है तो आपके लिए ये धाराएँ महत्वपूर्ण है।महत्वपूर्ण धाराएँ निम्न है- उत्तर प्रदेश राजस्व संहिता 2006 की धारा-12 |
सराहनीय कार्य इसी तरह आगे तरक्की करते रहो।
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