लेखपाल कौन होता है।लेखपाल की नियुक्ति कौन करता है। लेखपाल के कौन कौन से कार्य होते हैं। Lekhpal kaun hote hai। Lekhpal ki niyukti kaun krta hai।Lekhapl kon kon se karya krte h।
लेखपाल कौन होते हैं। Lekhapl kon hote hai
उत्तर प्रदेश भू राजस्व अधिनियम 1901 की धारा 23 में लेखपाल की नियुक्ति का प्रावधान है। अब एक नया अधिनियम उत्तर प्रदेश राजस्व संहिता 2006 लागू हुआ है इसकी धारा 16 में लेखपाल व राजस्व निरीक्षक की नियुक्ति का वर्णन है ।राज्य सरकार द्वारा उत्तर प्रदेश भू राजस्व अधिनियम में निर्धारित प्रावधान या तहसील में ग्राम अभिलेखों को तैयार करने उनका अनुसरण और शोधन करने के लिए और ऐसे कर्तव्यों के लिए जो राज्य सरकार सामान्य या विशेष आदेश द्वारा निर्धारित किए जाएं। ऐसे कार्यों को करने के लिए प्रत्येक क्षेत्र में एक-एक लेखपाल की नियुक्ति की जाती है।
लेखपाल दो प्रकार के होते हैं, एक राजस्व लेखपाल और दूसरे चकबंदी लेखपाल। राजस्व लेखपाल राजस्व विभाग से संबंधित होता है जो तहसील में राजस्व विभाग का कार्य करते हैं।जबकि चकबंदी लेखपाल चकबंदी विभाग से संबंधित होता है ये चकबंदी का कार्य करते है।
लेखपाल की नियुक्ति कौन करता है?।Lekhpal ki niyukti kon krta hai
उत्तर प्रदेश भू राजस्व अधिनियम की धारा 23 राज्य सरकार को लेखपाल नियुक्त करने की शक्ति प्रदान करती है ।सहायक कलेक्टर (परगना अधिकारी)भू राजस्व संबंधी अभिलेखों को तैयार करने के लिए अपनी तहसील में लेखपाल की नियुक्ति करता है तथा अपनी तहसील में लेखपाल को एक क्षेत्र से दूसरे क्षेत्र में स्थानांतरित कर सकता है।
लेखपाल के कार्य कौन कौन से होते है? राजस्व लेखपाल के कर्तव्य-
Lekhpal का मुख्य कार्य भूमि संबंधी विवादों का निस्तारण करना होता है,जिसमे जमीन की नापजोख या पैमाइश करना, अवैध अतिक्रमण हटवाना वा रोकना आदि।लेखपाल के पास जमीन से संबंधित पूरी जानकारी रिकॉर्ड के रूप में रहती है।जमाबंदी लेखपाल के द्वारा ही तैयार की जाती है इससे भूमि पर लगने बाला लगान बसूला जाता है।लेखपाल ही भूमि की वरासत खातेदार की मृत्यु के बाद दर्ज करता है।भूमि में सीमा विवाद का निपटारा करता है और भूमि का क्रय विक्रय करने पर दाखिल खारिज या स्थानांतरण करवाता है।इसके अलावा लेखपाल के कई कार्य होते है जैसे-आय प्रमाणपत्र, जाति प्रमाणपत्र, सामान्य निवास प्रमाणपत्र बनाना, वारिसान प्रमाणपत्र , हैसियत प्रमाणपत्र बनाना।लेखपाल के पास गांव में उगाई जाने बाली सम्पूर्ण फसलों का ब्यौरा तैयार करना होता है।दैवीय आपदा में लेखपाल द्वारा ही विभाग को रिपोर्ट भेजी जाती है, और उस पर मुआवजा दिया जाता है।मुख्यमंत्री कृषक दुर्घटना बीमा योजना का लाभ दिलाना, राष्ट्रीय पारिवारिक लाभ योजना का लाभ दिलाना,फसल बीमा में योजना में नुकसान का आंकलन कर लाभ दिलाना,प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि का लाभ देना,अग्निकांड या भारी बारिश में हुए नुकसान का आंकलन कर क्षतिपूर्ति मुआवजा दिलाना।कृषि गणना का कार्य भी लेखपाल के द्वारा ही किया जाता है।क्रॉप कटिंग करके फसल उत्पादन का ब्यौरा भेजा जाता है।इसके अलावा कोर्ट में जमानत करवाने, शास्त्र लाइसेंस बनवाने, ठेकेदारी प्रमाणपत्र बनबाने आदि कार्य मे मुख्य भूमिका होती है। वर्तमान समय मे खतौनी में अंश निर्धारण और घरौनी आवादी सर्वे का सम्पूर्ण कार्य लेखपाल के द्वारा ही किये जा रहे हैं।इसके अलावा निर्वाचन के समय बीएलओ का सुपरविजन करना और चुनाव की तैयारी करवाने में लेखपाल की मुख्य भूमिका रहती है।तहसील दिवस, जनसुनवाई, मुख्यमंत्री सन्दर्भ, जनता दर्शन संदर्भ, मुख्यमंत्री हैल्पलाइन सन्दर्भ आदि प्रार्थना पत्रों का निस्तारण लेखपाल के द्वारा किया जाता है।
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