Ghosh and Aghosh varn kise kehte hai। घोष और अघोष वर्ण क्या होते हैं।घोष किसे कहते हैं।अघोष किसे कहते हैं।
इस पोस्ट में हम आप लोगो के लिए वर्णमाला के वर्णो का स्वर तंत्रियो के झंकृत होने या कंपन के आधार पर वर्ण के कितने भेद होते हैं।जिसमे हम बताएंगे कि सघोष या घोष वर्ण क्या होते हैं, अघोष वर्ण क्या होते हैं,Ghosh aur Aghosh kya hai, ghosh vyanjan kya hai, aghosh vyanjan kya hai।
घोष और अघोष क्या है।Ghosh and Aghosh-
सभी वर्णों के उच्चारण में स्वर तत्रियों समान रूप से झंकृत ( घोष ) नहीं होती हैं ।कुछ वर्णों के उच्चारण में स्वर् तंत्रियाँ कम झंकृत होती है और कुछ में अधिक ।इस प्रकार कम्पन के आधार पर वर्णों के दो भेद होते हैं ।
(1)अघोष (2)सघोष (घोष)
अघोष क्या है ?
जिन वर्णों के उच्चारण में स्वर तंत्रिका कम झंकृत होती है या प्राण वायु में कम्पम नही होता है। अघोष वर्ण कहलाते हैं।
सभी व्यंजन के वर्गों के प्रथम, द्वितीय वर्ण अघोष वर्ण होते हैं।तथा ऊष्म व्यंजन के प्रथम तीन वर्ण अघोष है।
जैसे-
क, ख,च,छ,ट,ठ,त,य,प,फ तथा ऊष्म व्यंजन श,ष, स अघोष हैं।
घोष (सघोष) क्या है?
जिन वर्णों के उच्चारण में स्वर तांत्रिका अधिक झंकृत होती है या प्राण वायु में कंपन होता है।घोष कहलाते हैं।
सभी व्यंजन के वर्ग के सभी अंतिम तीन वर्ग ग,घ,ङ, ज ,झ,ञ, ड,ढ,ण, द,ध,न तथा ब,भ,म घोष वर्ण होते हैं।
इनके साथ साथ सभी अंतस्थ व्यंजन य,र,ल,व, घोष वर्ण होते हैं।
घोष की श्रेणी में ऊष्म व्यंजन (ह) तथा उत्क्षिप्त व्यंजन ड,ढ तथा अ से औ तक सभी 11 स्वर भी आते हैं।
अघोष वर्ण सघोष वर्ण
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वर्ण किसे कहते हैं।वर्णमाला किसे कहते है।हिंदी में कितने वर्ण है।