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श्रेणी 6(2) की भूमि क्या होती है|Shreni 6(2) ki bhumi kya hoti hai|आबादी भूमि किसे कहते हैं|elekhpal.com

श्रेणी 6(2) की भूमि क्या होती है|Shreni 6(2) ki bhumi kya hoti hai|आबादी भूमि किसे कहते हैं|elekhpal.com

श्रेणी 6(2) की भूमि क्या होती है


श्रेणी 6(2) की भूमि क्या होती है(Shreni 6(2) ki bhumi kya hoti hai)| आबादी भूमि किसे कहते हैं(Abadi Bhumi kise kehte hai)


श्रेणी 6(2) की भूमि, राजस्व विभाग में दर्ज एक प्रकार की भूमि है जो आबादी के अंतर्गत आती है। राजस्व अभिलेखों में यह आबादी के नाम दर्ज होती हैं।इसे आबादी भूमि या अकृषिक भूमि कहा जाता हैं।यह आमतौर पर उन जमीनों को संदर्भित करती है जहां लोग निवास करते हैं, और इसमें घर, सड़कें, और अन्य आवासीय उपयोग शामिल होते हैं।

                    श्रेणी 6-2 की भूमि, जिसे अकृषिक भूमि भी कहा जाता है, आमतौर पर उन जमीनों को संदर्भित करती है जो कृषि के अलावा अन्य उपयोगों के लिए होती हैं।राजस्व विभाग की भूमि को विभिन्न श्रेणियों में वर्गीकृत किया जाता है, और श्रेणी 6(2) एक ऐसी श्रेणी है जो आबादी भूमि को दर्शाती है। इसका मतलब है कि यह भूमि गांव या शहर के भीतर एक आवासीय क्षेत्र का हिस्सा है। इस भूमि पर आमतौर पर लोग घर बनाकर रहते हैं, और इसमें सड़कें, गलियां, और अन्य सार्वजनिक उपयोग की जगह भी शामिल हो सकती है। 


स्वामित्व योजना क्या है?(What is Swamitva scheme)


श्रेणी 6(2) भूमि के बारे में कुछ महत्वपूर्ण बातें-

यह भूमि राजस्व रिकॉर्ड में दर्ज होती है, और इसमें रहने वाले लोगों को स्वामित्व प्रमाण पत्र (घरौंनी) प्राप्त करने में मदद मिल सकती है, जिससे उन्हें अपनी जमीन पर कानूनी अधिकार मिल जाता है।

यह भूमि कृषि भूमि से अलग होती है, और आमतौर पर इसका उपयोग आवासीय उद्देश्यों के लिए किया जाता है, कुछ मामलों में, 

श्रेणी 6(2) भूमि पर काबिज लोगों को सरकार की योजनाओं का लाभ नहीं मिल पाता क्योंकि उनके पास भूमि का स्वामित्व नही नहीं होता हैं, इसके लिए सरकार से स्वामित्व योजना चालू की हैं जिसके अंतर्गत कब्जे के आधार पर स्वामित्व प्रमाण पत्र अथवा घरौंनी बनायीं जा रहीं हैं।


श्रेणी 6-2 की भूमि, जिसे अकृषिक भूमि भी कहा जाता है, आमतौर पर उन जमीनों को संदर्भित करती है जो कृषि के अलावा अन्य उपयोगों के लिए होती हैं, जैसे कि सड़कें, रेलवे, भवन, और अन्य गैर-कृषि संरचनाएं. यह भूमि राजस्व अभिलेखों में दर्ज की जाती है और इसका उपयोग आवासीय, वाणिज्यिक या औद्योगिक उद्देश्यों के लिए किया जा सकता है।


श्रेणी 6(2) की भूमि को विभिन्न उप-श्रेणियों में वर्गीकृत किया जाता है-

सड़कें:- पक्की सड़कें, कच्ची सड़कें, और अन्य सार्वजनिक रास्ते।

रेलवे:- रेलवे लाइनें और रेलवे स्टेशन।

भवन:- आवासीय, वाणिज्यिक, और औद्योगिक भवन।

अन्य अकृषिक उपयोग:- जैसे कि तालाब, झील, पार्क, कब्रिस्तान, और अन्य सार्वजनिक उपयोग की भूमि।

 

श्रेणी 6(2) की भूमि का क्या महत्व है-

श्रेणी 6(2) की भूमि का मुख्य उदद्देश्य आवादी का प्रसार करना होता हैं

श्रेणी 6-2 भूमि का राज्य और स्थानीय सरकारों के लिए एक महत्वपूर्ण संसाधन है क्योंकि इसका उपयोग विभिन्न सार्वजनिक और निजी परियोजनाओं के लिए किया जा सकता है।

श्रेणी 6(2) भूमि शहरीकरण और विकास में भी एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है।

श्रेणी 6-2 भूमि वह भूमि है जो कृषि के अलावा अन्य उपयोगों के लिए है, और यह राजस्व अभिलेखों में दर्ज की जाती है।

श्रेणी 6(2) भूमि शहरीकरण, विकास, और सार्वजनिक परियोजनाओं के लिए एक महत्वपूर्ण संसाधन है।



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