Digital Crop Survey क्या है? (Digital Crop Survey in Hindi)
कृषि क्षेत्र को डिजिटल बनाने के लिए सरकार द्वारा शुरू की गई पहल Digital Crop Survey खेत-स्तर पर बोई गई फसल का सटीक, रियल-टाइम डेटा जुटाने पर केंद्रित है। इससे योजनाओं का लक्षित लाभ, फसल बीमा में पारदर्शिता और उत्पादन का सही अनुमान संभव होता है।
Digital Crop Survey का परिचय
डिजिटल क्रॉप सर्वे पारंपरिक कागजी सर्वे की जगह एक आधुनिक प्रणाली प्रदान करता है। इसमें अधिकारी खेत पर जाकर मोबाइल ऐप के माध्यम से किसान, खेत, फसल, क्षेत्रफल और बुवाई-कटाई तिथि जैसी जानकारियाँ दर्ज करते हैं। GPS आधारित जियो-टैगिंग और फसल की तसवीरें भी संलग्न होती हैं, जिससे ग्राउंड-ट्रुथ प्रमाण बनता है।
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Digital Crop Survey के मुख्य उद्देश्य
- सटीक डेटा संग्रह: किस खेत में कौन-सी फसल है, इसका विश्वसनीय रिकॉर्ड।
- पारदर्शी बीमा/योजनाएँ: वास्तविक फसल-डेटा के आधार पर लाभ।
- उत्पादन आकलन: जिला/राज्य/राष्ट्रीय स्तर पर बेहतर फसल-अनुमान।
- नीति-निर्माण: MSP, भंडारण, आपूर्ति-श्रृंखला और आपदा-प्रबंधन में सहायक।
Digital Crop Survey कैसे किया जाता है?
- फ़ील्ड विज़िट: अधिकृत कर्मी खेत पर पहुँचकर किसान/खेत का सत्यापन करते हैं।
- जियो-टैगिंग: GPS से खेत की सीमा/लोकेशन दर्ज की जाती है।
- फसल साक्ष्य: खड़ी फसल/बुवाई की फोटो ऐप में कैप्चर की जाती है।
- डेटा अपलोड: प्रविष्टि सर्वर/डैशबोर्ड पर रियल-टाइम उपलब्ध हो जाती है।
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किसानों को प्रमुख लाभ
- योजनाओं का समय पर एवं लक्षित लाभ।
- फसल बीमा क्लेम में पारदर्शिता और विवाद में कमी।
- रिकॉर्ड अपडेट होने से ऋण/सब्सिडी में सुविधा।
- उत्पादन अनुमान बेहतर होने से बाजार-नीति में लाभ।
Digital Crop Survey में उपयोग होने वाली तकनीक
- मोबाइल ऐप/टैबलेट: डेटा एंट्री और फोटो कैप्चर।
- GPS आधारित जियो-टैगिंग: सटीक लोकेशन एवं क्षेत्रफल सत्यापन।
- डेटा एनालिटिक्स/डैशबोर्ड: रिपोर्टिंग, मॉनिटरिंग और नीति निर्माण।
- उपग्रह/रिमोट सेंसिंग (जहाँ उपलब्ध): क्रॉस-वेरिफिकेशन और फसल पहचान सहायता।
फसल बीमा से संबंध
पारंपरिक व्यवस्था में वास्तविक फसल और रिकॉर्ड में अंतर होने से क्लेम में देरी/विवाद होते थे। डिजिटल सर्वे से क्षेत्र/फसल का प्रमाण स्पष्ट होने पर बीमा आकलन तेज और निष्पक्ष हो जाता है।
Digital Crop Survey के लिए किसान क्या करें?
- खेत/फसल की सही जानकारी उपलब्ध कराएँ और पहचान पत्र अद्यतन रखें।
- बुवाई के तुरंत बाद सर्वे हेतु स्थानीय लेखपाल/कृषि कर्मी से संपर्क करें।
- सर्वे की रसीद/एंट्री नंबर संभालकर रखें और रिकॉर्ड मिलान कर लें।
FAQ: Digital Crop Survey
प्र. 1: Digital Crop Survey क्या है?
यह खेत-स्तरीय फसल-डेटा संग्रह की डिजिटल प्रणाली है जिसमें GPS, फोटो और ऐप-आधारित एंट्री होती है।
प्र. 2: यह क्यों आवश्यक है?
सटीक डेटा से बीमा/योजनाओं का पारदर्शी लाभ, उत्पादन का सही अनुमान और प्रभावी नीति-निर्माण संभव होता है।
प्र. 3: सर्वे कौन करता है?
अधिकृत कर्मी जैसे लेखपाल/राजस्व कर्मचारी/कृषि विभाग के अधिकारी।
प्र. 4: किसान को क्या लाभ?
बीमा क्लेम में आसानी, समय पर योजनाएँ, रिकॉर्ड अपडेट, तथा वित्तीय सेवाओं में सुविधा।
प्र. 5: क्या किसान खुद सर्वे कर सकता है?
वर्तमान में प्रायः नहीं; भविष्य में किसान-फेसिंग ऐप विकल्प संभव है।
निष्कर्ष
Digital Crop Survey कृषि शासन को डेटा-आधारित और पारदर्शी बनाता है। इससे किसान, प्रशासन और नीति-निर्माताओं—सभी को लाभ होता है।

